धीमा लेकिन लगातार चलने वाला कछुआ, अहंकारी और घमंडी खरगोश को दौड़ में हरा देता है।
शहर का चूहा गाँव जाता है, फिर गाँव का चूहा शहर जाता है, लेकिन खतरे से डरकर वह वापस शांतिपूर्ण गाँव लौट आता है।
उत्तर वायु और सूर्य एक यात्री की चादर उतारने की प्रतियोगिता करते हैं, लेकिन सूर्य गर्मी से जीत जाता है।
एक चालाक बंदर ने मगरमच्छ को चतुराई से हराया, जिसने दोस्ती तोड़कर अपनी पत्नी को खुश करने की सोची।
एक दूधवाली भविष्य के सपने देखती है, लेकिन दूध गिराने से उसकी सारी उम्मीदें बिखर जाती हैं।
एक शेर ने एक चूहे की जान बख्श दी, बाद में वही चूहा शेर को जाल से बचाता है।
एक गरीब किसान एक मुर्गी मिलती है जो सोने के अंडे देती है, लेकिन लालच के कारण वह उसे मार देता है और अपनी दौलत खो देता है।
एक छोटे कुएं में रहने वाला मेंढक एक समुद्री कछुए से मिलता है और बाहर की विशाल दुनिया के बारे में जानता है।
एक लकड़हारे ने लोमड़ी को बचाता है, लेकिन उसका ठिकाना बताने से कृतघ्न लोमड़ी बिना धन्यवाद कहे चली जाती है।
एक किसान ठंड से मरते हुए साँप की मदद करता है, लेकिन साँप उसकी दया का बदला डंसकर देता है।
चालाक लोमड़ी ने सपाट थाली में सारस को सूप परोसा, लेकिन सारस ने सुराही में खाना देकर बदला अपना बदला लेता है।
चालाक लोमड़ी ने चापलूसी से अभिमानी कौए को उसकी चीज़ गिराने पर मजबूर कर तुरंत उसे चुरा लेती है।
राजा के हाथी और एक कुत्ते की दोस्ती हो जाती है, वे अलग होते हैं, फिर राजा उन्हें मिलाता है और वे खुशी-खुशी रहने लगते हैं।
एक गरीब मछुआरा छोटी मछली पकड़ता है, जो अपनी जान की भीख माँगती है, लेकिन मछुआरा उसे घर ले जाता है।
चींटी मेहनत कर सर्दियों के लिए खाना जमा करती है, जबकि टिड्डा खेलता रहता है और भूखा रह जाता है।
प्यासा कौवा कंकड़ डालकर मटके में पानी का स्तर बढ़ाता है और अपनी प्यास बुझाने में सफल होता है।
एक चींटी पानी में गिर जाती है, कबूतर उसे बचाता है, बाद में चींटी शिकारी से कबूतर को बचाती है।
एक भेड़िया कुत्ते के साथ आरामदायक जीवन पर विचार करता है, लेकिन बंधन के बजाय स्वतंत्रता को चुनता है।
एक ब्राह्मण फंसे हुए बाघ को बचाता है, जो अपना वादा तोड़ता है, लेकिन चालाक सियार की मदद से मात खाता है।
एक गड़रिया लड़का बार-बार भेड़िया कहकर गाँववालों को छलता है, लेकिन असली भेड़िया आने पर कोई उसकी बात नहीं मानता।