Aesop | Greece
कुत्ता और भेड़िया
एक भेड़िया कुत्ते के साथ आरामदायक जीवन पर विचार करता है, लेकिन बंधन के बजाय स्वतंत्रता को चुनता है।

एक धूप भरे दिन, एक भूखा भेड़िया जंगल के बाहर इधर-उधर खाने की खोज में घूम रहा था। एक गाँव के पास उसे एक कुत्ता दिखाई दिया जो बहुत ही स्वस्थ और सुखी लग रहा था। भेड़िये को उसे देख कुछ ईर्ष्या हुई और उसने कुत्ते से पूछा कि वह इतना अच्छा कैसे दिखता है।
कुत्ते ने कहा, “मैं लोगों के साथ रहता हूँ, जो मुझे खाना और सोने के लिए जगह देते हैं। बदले में, मैं उनके घर की सुरक्षा करता हूँ।
भेड़िये को यह बहुत ही अच्छा जीवन लगा और उसने कहा, “शायद मैं भी तुम्हारे साथ रह कर आराम का जीवन बिता सकता हूँ?”
कुत्ते ने कहा, “बिल्कुल, मेरे साथ चलो और मैं तुम्हें अपने मालिक से मिलवाता हूँ।”
साथ चलते-चलते, भेड़िये को कुत्ते की गर्दन पर एक निशान दिखाई दिया। उसने पूछा, “तुम्हारी गर्दन पर ये क्या है?”
कुत्ते ने बताया, “ये निशान मेरे पट्टे से बना है। मेरा मालिक मुझे दिन में बांधकर रखता है और रात में घर की रखवाली करने के लिए छोड़ देता है।”
भेड़िया रुककर थोड़ा सोचने लगा, “तो क्या तुम जहाँ चाहो वहाँ नहीं जा सकते?”
कुत्ते ने सहमती जताते हुए कहा, “हाँ, लेकिन इसके बदले मुझे खाना और सोने के लिए एक आरामदायक स्थान मिलता है।”
कुत्ते की यह बात सुन भेड़िये ने अपना निर्णय लिया। “तुम्हारे प्रस्ताव के लिए धन्यवाद, लेकिन मैं इस तरह का जीवन नहीं जीना चाहता। मैं अपना भोजन स्वयं ही ढूंढ कर स्वतंत्र रहना पसंद करूँगा, बजाय इसके कि मेरा पेट भरा रहे पर मैं स्वतंत्र न रहूं।”
ऐसा कह कर भेड़िया वापस जंगल की ओर चला गया।
एक पुस्तक खरीदें और दंतकथाओं को दुनिया तक पहुंचाने में मदद करें
जीवन भर के लिए 25 चुनी गई दंतकथाओं का आनंद लें, प्रिंट में। हर खरीदारी fablereads.com पर दुनिया भर के बच्चों, माता-पिता और शिक्षकों के लिए मुफ्त कहानियों का समर्थन करती है

















